शुक्रवार, 29 सितंबर 2017

99 9% लोग नहीं जानते पानी पीने का सही तरीका। 99.9% people do not know the right way to drink water.

99 9% लोग नहीं जानते पानी पीने का सही तरीका।


आज हम बताएंगे कि पानी पीने का सही तरीका क्या है ? 99.9% लोग पानी पीने का सही तरीका जानते ही नहीं है। पानी पीना और पानी ग्रहण करना सभी जीव जंतुओं एवं जड़ चेतन को आवश्यक होता है लेकिन पानी पीने की बात जो बताई जा रही है वह मनुष्य से संबंधित है। पानी पीने का जो सही तरीका है वह हमारे जीवन पर काफी अच्छा असर डाल सकता है लेकिन विडंबना यह है कि अधिकतर लोग पानी पीने का सही तरीका जानते ही नहीं है। जिससे एक समस्या और हो जाती है वह यह है कि पानी हमारे शरीर की सभी क्रियाओं को प्रभावित करती है। इसलिए बहुत सारी क्रिया अपने कार्य विधियों को पानी के आधार पर ही सुनिश्चित करती है इसलिए पानी पीने का तरीका यदि गलत हुआ तो निश्चित ही हमारे शरीर की क्रियाएं गलत तरीके से कार्य करना चालू कर देंगी। लोगों के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हमारे टीम के द्वारा इस चैनल के माध्यम से यह जानकारी जनहित में दी जा रही है जो महत्वपूर्ण एवं आवश्यक है इसलिए जानकारी देने से पहले हम आग्रह करते हैं कि इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें। 
आईये इसके बारे में और जानकारी प्राप्त करें 
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि जल ही जीवन है और बिना जल के जीवन संभव नहीं है। जल एक अमृत के समान है और जल के कारण ही इस पूरे ग्रह पर जीवन का अस्तित्व होना संभव हो पाया है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे शरीर में लगभग 75 % जल है इसलिए हमारे शरीर में जल का प्रभाव अति महत्वपूर्ण है। इसलिए इस पृथ्वी के समस्त मानवों को जानना आवश्यक है कि पानी पीने का सही तरीका क्या है ? यदि पानी पीने का सही तरीका मालूम हो जाए तो बहुत सारी बीमारियों और समस्याओं का हल स्वतः हो जाएगा।  इसलिए पानी पीने का जो सही तरीका है वह बताया जा रहा है यह जानकारी सुव्यवस्थित एवं नियमित तरीका है। इसका पालन करने से किसी के भी जीवन में स्वास्थ्य से संबंधित सकारात्मक बदलाव दिखने प्रारंभ हो जाएंगे। 
  • यदि आप नींद में या सोये हैं और आपको महसूस हुआ कि आपको प्यास लगी है तो एकाएक उठकर पानी न पिये क्योंकि एकाएक पानी पीने से पाचन क्रिया प्रभावित होने लगेगी। 
  • पानी पीने का सही तरीका यह है कि कुछ देर रुकने के बाद सारे अंगों को सामान्य स्थिति में आने के बाद पानी पी सकते हैं।
  • सुबह उठने के बाद 5 से 7 मिनट तक बिस्तर पर बैठे रहें और मुंह के लार को बिना थूके, पानी आधा से 1 लीटर धीरे-धीरे पीये।
  • खाना खाते समय पानी का उपयोग न करें और यदि बहुत आवश्यक हो तो अपनी उतना ही पिए जिससे ग्रास नली में रुका हुआ भोजन अंदर चला जाए अर्थात कुछ घूंट पानी पी सकते हैं। खाना खाने के एक या डेढ़ घंटे के बाद ही पानी पीये। 
  • दूसरी एक और बात जानना जरूरी है खाना खाने के पहले 1 घंटे के अंदर पानी बिलकुल ना पीये। यदि खाना खाने से पहले पानी पी लिए हैं तो खाना 1 घंटे के बाद ही ग्रहण करें। 
  • पूरे दिन पानी पीने का तरीका यह है कि अपनी 1 घंटे या डेढ़ घंटे के अंतराल पर पीते रहे इस प्रकार पूरे दिन 7 से 8 लीटर पानी पीना स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है। 
  • पानी कभी भी तेजी से या गटागट नहीं पीना चाहिए क्योंकि ऐसा करने पर अनावश्यक रूप से चर्बी का निर्माण होना प्रारंभ हो जाता है । 
इस चैनल के माध्यम से बहुत ही महत्वपूर्ण और आवश्यक जानकारी देने जा रहा हूं जिसे अक्सर बहुत सारे लोग ध्यान ही नहीं देते है। वह जानकारी यह है कि आपने कभी जानवरों को पानी पीते हुए देखा है और उस पर गौर किया है। आप लोगों का ध्यान जानवरों के पानी पीने की शैली पर ले जाना चाहता हूं जिस पर आप लोगों ने ध्यान नहीं दिया होगा क्या आप लोगों ने इस पर कभी विचार किया है कि मोटापा और चर्बी का बढ़ जाना केवल मनुष्यों में क्यों होता है ? क्या कभी कुत्ते या बिल्लियों को ज्यादा फैटी होते देखा है ? शायद नहीं ऐसा इसलिए कि उनका पानी पीने का तरीका बिलकुल अलग है। कुत्ते या बिल्ली जब भी पानी पीते हैं तो अपने जीभ से धीरे-धीरे पीते हैं आज के बाद इस पर आप जरूर गौर करियेगा। कुत्ते या बिल्लियां जब जीभ से धीरे-धीरे पीते हैं तो उनके लार की अधिक मात्रा पेट में पहुंच जाती है जिससे उनका पाचन तंत्र अच्छे गति से चलता रहता है जिससे उनका स्वास्थ्य जल्दी नहीं बिगड़ा है और उन्हें आवश्यक मजबूती मिलती रहती है। 

इस प्रकार हमें भी ध्यान देना होगा कि जब भी पानी पीये तो हमारे लार की मात्रा अधिक से अधिक पेट में पहुंचती रहे क्योंकि ऐसा करने पर हमारा पाचन तंत्र सुव्यवस्थित ढंग से चलता रहेगा और हमारा स्वास्थ्य भी स्वभाविक रूप से अच्छा रहेगा। 
  • यदि आप कठोर परिश्रम या बाहर धूप से आए तो दोनों स्थिति में पानी तुरंत नहीं पीना चाहिए। बल्कि थोड़ा आराम करके ही पानी पीना चाहिए जब भी पानी पिए तो धीरे-धीरे पानी पीना चाहिए। 
  • पानी पीते समय यह ध्यान दें कि जो पानी पी रहे हैं वह शुद्ध हो तथा अशुद्धियों से परे रहे। 
  • रात में भोजन करने के बाद आधा है या 1 लीटर पानी लोटे में भरकर रख दें फिर सुबह उठने के बाद शौच जाने से पहले पी लें।
  •  कभी भी पानी खड़े-खड़े अवस्था में या मुंह ऊपर करके नहीं पीना चाहिए क्योंकि ऐसी स्थिति में पानी श्वास नली में जा सकता है तथा समस्या उत्पन्न हो सकती ह। 
यहा जो पानी पीने का तरीका बताया गया है वह मनुष्य के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर बताया गया है अतः इसका पालन जरूर करें धन्यवाद।

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