गुलाबी और हरा रंग आपके बेसमेंट कि नकारात्मक ऊर्जा को हमेशा के लिये छुट्टी कर देगी
गुलाबी और हरा रंग आपके बेसमेंट कि नकारात्मक ऊर्जा को हमेशा के लिये छुट्टी कर देगी
आपके बेसमेंट की नकारात्मक ऊर्जा को हमेशा के लिये दूर कर देगा ये गुलाबी और हरा रंग। साथ ही साथ हम यह भी बताएँगे की बेसमेंट बनाते समय वास्तु के अनुसार क्या सावधानियां अपनानी चाहिए।
बेसमेंट के बनाने का फैशन आज के दौर में बहुत तेजी से चल पड़ा है लेकिन प्राचीन वास्तु विशेषज्ञ इसकी इजाजत नहीं देते हैं की बेसमेंट का निर्माण कराया जाए क्योंकि बेसमेंट भूमि के नीचे होता है। जिससे यहां सूर्य की रोशनी एवं प्राकृतिक वायु नहीं पहुंच पाती है इससे बेसमेंट में साकारात्मक ऊर्जा की कमी रहती है। अतः बेसमेंट नकारात्मक ऊर्जा का कारण होता है।
इसे दूर करने का आधुनिक और बहुत ही सरल उपाय हम बताने जा रहे हैं जिन लोगों के लिए बेसमेंट बनवाना आवश्यक हो तो उन्हें इसके निर्माण के समय कुछ विशेष बातों को ध्यान रखना चाहिए
- बेसमेंट की छत 9 से 10 फीट ऊंची बनवाएं ताकि बेसमेंट पूरी तरह जमीन के भीतर ना रहे।
- बेसमेंट का मुख्य द्वार पूरब या उत्तर पूर्व दिशा में बनवाएं ताकि बेसमेंट में प्राकृतिक रोशनी आ सके उत्तर और पूर्वी भाग खुला रहे रखें जिससे वायु का आवागमन लगातार बना रहे
- प्लाट के किसी एक भाग में बेसमेंट बनाना हो तो उत्तर अथवा पूर्व दिशा में ही बनवाएं।
- यदि भूखंड व्यवसायिक और आवासीय दोनों दृष्टि से निर्माण करना हो तो बेसमेंट का निर्माण पूर्व उत्तर या ईशान कोण के क्षेत्र में करें।
- यदि पूर्ण रूप से प्लाट व्यवसायिक हो तो पूरे आकार में बेसमेंट बना सकते हैं ।
अब आइए बात करते हैं इसकी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के उपाय के बारे में
- बेसमेंट को अंदर से पिंक या ग्रीन कलर से पेंट कराना चाहिए।
- डार्क ब्लैक और रेड कलर बेसमेंट के लिए अनुकूल नहीं होता है।
- बेसमेंट के मुख्य द्वार पर ऊर्जा प्रदान करने वाले पौधे लगाएं।
- वास्तु के अनुसार बेसमेंट के बाहर गुलाब और तुलसी का पौधा लगाना अच्छा माना जाता है।
इससे साकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होगा और यहां रहने वाले लोगों के जीवन में सुख समृद्धि बनी रहेगी।
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